सिमडेगा:नेशनल एथलेटिक्स प्रतियोगिता के लिए चयनित जिले के एथलेटिक्स खिलाड़ी खुशबू बड़ाईक का मदद करने के लिए सिमडेगा विधायक भूषण बाड़ा ने कदम बढ़ाया है। रविवार को विधायक भूषण बाड़ा खुशबू बड़ाईक की समस्या सुनी। वहीं विधायक ने खुशबू के मेडल और सर्टिफिकेट की बारी बारी से देखने के उपरांत कहा कि इतने प्रतिभावान एथलेटिक्स खिलाड़ी का सरकार की ओर से मदद न होना चिंता का विषय है। ऐसे प्रतिभावान खिलाडि़यों की मदद के लिए सरकार कई योजनाएं चला रही है। लेकिन अधिकारियों की लापरवाही से ऐसे खिलाड़ी योजना का लाभ लेने से वंचित हो रहे हैं। मौके पर उन्होंने तत्काल खेल मंत्री हफीजूल हसन से दूरभाष के माध्यम से बात कर खुशबू की मदद करने की मांग की। जिसपर मंत्री ने कहा कि निश्चित ही ऐसे प्रतिभावान खिलाडि़यों को सरकार आगे बढ़ने में मदद करेगी। उन्होंने विधायक से खुशबू का सभी कागजात दुरुस्त कर उसके पास जमा करने की बात कही। इधर खुशबू ने विधायक श्री बाड़ा ने स्पोर्ट जुता, ट्रैक शूट और स्पाईकी फट जाने की शिकायत की। जिसके बाद विधायक ने अपने खर्च से खुशबू के नाम से जुता, ट्रैक शूट और स्पाईकी ऑनलाईन ऑर्डर करवाया। विधायक ने खुशबू को आगे बढ़ने के लिए मदद करने का आश्वासन दिया। वहीं उन्होंने खुशबू के उज्जवल भविष्य के लिए आर्शिवाद भी दिया। मौके पर चीक बड़ाईक समाज के साधु मलुआ सहित अन्य उपस्थित थे।
खुशबू ने जीती है दर्जनों मेडल
पुरनापानी निवासी खुशबू बड़ाईक राज्य, जिला और स्कूल स्तरीय प्रतियोगिता में दर्जनों गोल्ड और सिल्वर मेडल प्राप्त की है। खुशबू राज्य स्तरीय अंतर आवासीय एवं डे बोर्डिंग एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2018-19 में गोल्ड मेडल, दूसरी बार राज्य स्तरीय अंतर आवासीय एवं डे बोर्डिंग एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2018-19 में ही एक और गोल्ड मेडल हासिल किया है। इंटर रेसिडेंसियल ऑफ डे बोर्डिंग प्रतियोगिता 2019 में गोल्ड, स्टेट लेबल एसजीएफआई एथलेटिक्स 2019 में गोल्ड, 12वीं झारखंड स्टेट क्रॉस कंट्री 2021 में सिल्वर, सेकेंड इंस्ट जॉन जूनियर एथलेटिक्स 2020 में सिल्वर, राज्य स्तरीय अंतर आवासीय एवं डे बोर्डिंग एथलेटिक्स प्रतियोगिता 2017 में सिल्वर सहित अन्य कई प्रतियोगिता में दर्जनों मेडल जिती है।
नेशलन क्रॉस कंट्री प्रतियोगिता के लिए हुआ है खुशबू का चयन

जिले के लिए हर्ष की बात यह है कि खुशबू का चयन 56 नेशलन क्रॉस कंट्री चैंपियनशिप के लिए हुआ है। यह प्रतियोगिता इसी माह आयोजित होने वाली थी। लेकिन कोरोना के कारण फिलहाल इसे स्थगित कर दिया गया है। खुशबू के पिता मजदूरी का काम करता है और उनका बमुश्किल चार डिस्मील जमीन होगा। खुशबू की दीदी बाहर घर में काम कर प्रशिक्षण का मासिक शुल्क पांच हजार सहित अन्य खर्च किसी तरह पुरा करती है।